सोचिए, एक कंपनी आपको इतनी बड़ी रकम ऑफर करे कि आप कहीं और नौकरी करने का सोच भी न सकें। ये कहानी किसी फिल्म की नहीं, बल्कि सच है। लखनऊ के एक होनहार टेक एक्सपर्ट के साथ ऐसा ही हुआ, जिसे गूगल ने रोकने के लिए ₹850 करोड़ का ऑफर दिया।
कौन हैं ये शख्स?
यहां बात उस युवा की हो रही है, जिसने टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अपनी खास पहचान बनाई है। लखनऊ में जन्मा और बड़ा हुआ, इस शख्स ने अपनी मेहनत और हुनर से दुनिया की बड़ी टेक कंपनियों का ध्यान खींचा।
गूगल क्यों हुआ परेशान?
खबर थी कि ये युवा जल्द ही गूगल की एक बड़ी प्रतियोगी कंपनी में शामिल होने वाला है। उस कंपनी का मकसद था AI और मशीन लर्निंग के क्षेत्र में गूगल को टक्कर देना।
गूगल ने सोचा, अगर ये प्रतिभाशाली शख्स उस कंपनी के साथ चला गया तो उसकी टेक्नोलॉजी की पकड़ कमजोर पड़ जाएगी। इसलिए गूगल ने उसे इतना बड़ा ऑफर देकर रोकने की कोशिश की।
इतनी बड़ी रकम क्यों?
आज के ज़माने में टैलेंट की कीमत बहुत बढ़ गई है। खासकर जब बात हो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी नई और उभरती हुई तकनीक की। एक शानदार दिमाग पूरी कंपनी की दिशा बदल सकता है। इसलिए बड़ी कंपनियां टैलेंट को अपने पास रखने के लिए करोड़ों खर्च करने को भी तैयार रहती हैं।
भारत के लिए गर्व की बात
सबसे बड़ी बात ये है कि ये प्रतिभाशाली युवा हमारे देश का है, और वो भी लखनऊ जैसे शहर से। यह दिखाता है कि टैलेंट की कोई सीमा नहीं होती, और भारत से निकलने वाले युवा अब पूरी दुनिया में अपनी छाप छोड़ रहे हैं।
निष्कर्ष
इस पूरी कहानी से साफ है कि भारत अब सिर्फ तकनीक का उपयोग करने वाला देश नहीं, बल्कि तकनीक बनाने वाला देश भी है। ऐसे युवा जो छोटे शहरों से निकलकर विश्व पटल पर चमक रहे हैं, वे देश का भविष्य हैं।
गूगल का यह बड़ा ऑफर इस बात का सबूत है कि भारतीय प्रतिभा अब न केवल पहचानी जा रही है, बल्कि उसे बेहद अहमियत भी दी जा रही है।