अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो सोना या चांदी में निवेश करते हैं, गहने बनवाते हैं या त्योहारों पर कुछ कीमती खरीदना पसंद करते हैं — तो ये खबर आपके लिए है। सरकार ने हाल ही में सोना, चांदी और प्लेटिनम से जुड़े कुछ नियमों में बदलाव किया है। इन नए नियमों का सीधा असर आम खरीदारों और छोटे व्यापारियों पर पड़ेगा।
चलिए, आपको आसान भाषा में बताते हैं कि क्या बदला है और इसका क्या मतलब है आपके लिए।
तो क्या है नया नियम?
सरकार और RBI ने कीमती धातुओं की खरीद-बिक्री में पारदर्शिता लाने के लिए कुछ अहम बदलाव किए हैं। अब से:
1. बिना हॉलमार्क के सोना-चांदी नहीं बिकेगा
यानि अब आप जो सोना या चांदी खरीदेंगे, उसमें ‘BIS हॉलमार्क’ होना ज़रूरी है। ये एक तरह की सरकारी मुहर होती है जो तय करती है कि धातु शुद्ध है और वजन में गड़बड़ी नहीं है।
2. प्लेटिनम पर भी सख्ती बढ़ेगी
अब प्लेटिनम जैसे महंगे धातुओं के आयात और व्यापार पर भी सरकार की नजर ज्यादा रहेगी। इससे नकली या संदिग्ध लेनदेन पर रोक लगेगी।
3. हर खरीद पर डिजिटल या GST बिल जरूरी होगा
यानि अब आप जब भी सोना या चांदी खरीदें, तो दुकानदार से पक्की रसीद (GST वाला बिल) लेना जरूरी होगा। इससे कीमत में पारदर्शिता रहेगी और आपको आगे कोई दिक्कत नहीं होगी।
4. 100 ग्राम से ज्यादा खरीद पर PAN कार्ड जरूरी
अगर आप बड़ी मात्रा में सोना या चांदी खरीदते हैं (100 ग्राम से ज़्यादा), तो पैन कार्ड देना जरूरी होगा। इसका मकसद काले धन पर लगाम लगाना है।
आम लोगों को इससे क्या फर्क पड़ेगा?
- आपको अब शुद्ध धातु मिलेगी
हॉलमार्क अनिवार्य होने से धोखाधड़ी के चांस कम होंगे। अब दुकानदार मनमर्जी से गहने नहीं बेच पाएंगे। - कीमतों में पारदर्शिता आएगी
बिल लेना और देना अनिवार्य होगा, जिससे आपको सही रेट पर धातु मिलेगा। कोई छिपा चार्ज या गुपचुप सौदा नहीं होगा। - छोटे दुकानदारों पर असर जरूर पड़ेगा
कुछ छोटे व्यापारी जो बिना बिल के काम करते थे, उन्हें अब नियम मानने पड़ेंगे। शुरू में ये बदलाव मुश्किल लग सकता है, लेकिन लंबी अवधि में ये सभी के लिए फायदेमंद होगा। - नकदी लेन-देन पर नजर
बड़ी खरीदारी में अब आपकी जानकारी सरकार तक जाएगी। इससे टैक्स चोरी और अवैध खरीददारी पर लगाम लगेगी।
अगर आप निवेश करते हैं तो क्या करें?
अगर आप सोने-चांदी में निवेश करना पसंद करते हैं, तो अब पहले से ज्यादा सतर्क रहना होगा। कोशिश करें कि सिर्फ हॉलमार्क वाले गहनों में ही निवेश करें और हर बार पक्का बिल लें। डिजिटल पेमेंट और सरकारी पोर्टल्स के जरिए निवेश करना अब ज्यादा सुरक्षित माना जाएगा।
अंत में एक सीधी बात
सरकार का मकसद है कि कीमती धातुओं का बाजार और ज्यादा साफ-सुथरा और ईमानदार बने। आप जब अगली बार कोई गहना या सिक्का खरीदने जाएं, तो इन नियमों को याद रखें। हॉलमार्क चेक करें, पक्का बिल लें और अपने पैसे की पूरी कीमत वसूल करें।
कहावत है ना – “सावधानी हटी, दुर्घटना घटी!” तो थोड़ा जागरूक रहकर ही समझदारी से खरीदारी करें।